सूरत : हनुमान जयंती पर वासानी परिवार के युवा का अंगदान, तीन लोगों के लिए संकटमोचन बना
नवनीतभाई का व्यारा में एक्सीडेन्ट हुआ सूरत के अस्पताल में ब्रेनडेड घोषित हुए
सूरत में हनुमान जयंती के पावन अवसर पर, वासानी परिवार के एक ब्रेनडेड युवा का अंगदान तीन लोगों के लिए संकटमोचन साबित हुआ। जीवनदीप अंगदान फाउंडेशन द्वारा 14वां अंगदान सफलतापूर्वक संपन्न किया।
सूरत के वेलंजानिवासी नवनीतभाई नाथाभाई वासानी (उम्र 41) 19 अप्रैल, 2024 को, व्यारा में एक सड़क दुर्घटना में गंभीर रूप से घायल हो गए। उन्हें व्यारा सिविल अस्पताल में ले जाया गया, वहा से उन्हे सूरत के पीपी मानिया अस्पताल लाया गया जहां उनकी हालत गंभीर बनी रही। तीन दिनों के इलाज के बाद, डॉक्टरों ने उन्हें मस्तिष्क मृत ( ब्रेनडेड) घोषित कर दिया।
परिवार का नेक फैसला:
नवनीतभाई के परिवार, जो अंगदान के महत्व से परिचित थे, उन्होने ब्रेनडेड नवनीतभाई के अंगों को दान करने का निर्णय लिया। उन्होंने जीवनदीप अंगदान फाउंडेशन से संपर्क किया, जिन्होंने अंगदान प्रक्रिया को सुचारू रूप से संचालित करने में मदद की।
अंगदान का महत्व:
नवनीतभाई के अंगदान से तीन लोगों को नया जीवनदान मिला। उनके हृदय को यूएन मेहता अस्पताल, अहमदाबाद में प्रत्यारोपित किया गया, जबकि उनके लीवर को आईकेडीआरसी द्वारा प्रत्यारोपित किया गया। उनके दोनों हाथों को ग्लोबल हॉस्पिटल, मुंबई में प्रत्यारोपित किया गया।
समाज के लिए प्रेरणा:
वासानी परिवार का यह नेक कार्य समाज के लिए प्रेरणादायक है। यह दर्शाता है कि कैसे अंगदान जीवन बचा सकता है और दूसरों को नया जीवन प्रदान कर सकता है।
अंगदान के लिए धन्यवाद:
जीवनदीप अंगदान फाउंडेशन, पीपी मानिया हॉस्पिटल, वासानी परिवार और सभी जिन्होंने इस अंगदान प्रक्रिया में योगदान दिया, उनका हृदय से धन्यवाद।
अंगदान करें, जीवनदान करें!