सूरत : दक्षिण गुजरात विश्वविद्यालय के प्रशासनिक कर्मचारियों को 'प्राथमिकता और कार्य प्रबंधन' पर प्रशिक्षित किया गया

उप कुलपति और रजिस्ट्रार के मार्गदर्शन में प्रति माह दूसरे और चौथे शनिवार को प्रशिक्षण का आयोजन

सूरत : दक्षिण गुजरात विश्वविद्यालय के प्रशासनिक कर्मचारियों को 'प्राथमिकता और कार्य प्रबंधन' पर प्रशिक्षित किया गया

वीर नर्मद दक्षिण गुजरात विश्वविद्यालय (वीएनएसजीयू) के चांसलर डॉ. किशोर सिंह एन. चावड़ा एवं रजिस्ट्रार डॉ. रमेशदान सी. गढ़वी के मार्गदर्शन में माह के प्रत्येक दूसरे एवं चौथे शनिवार को प्रशासनिक अमले के लिए प्रशिक्षण का आयोजन किया जाता है। विभाग समन्वयक डॉ. भावेश वनपरिया ने प्रशिक्षण दिया। उनके द्वारा कर्मचारियों को "प्राथमिकता एवं कार्य प्रबंधन" पर प्रशिक्षित किया गया।

इस प्रशिक्षण का उद्देश्य प्रशासनिक कार्यों के साथ-साथ व्यक्तिगत विकास, समय प्रबंधन, कार्य प्रबंधन और कार्य निष्पादन में सहायता करना है। इस प्रशिक्षण की सहायता से, प्रशासनिक कर्मचारी अपने कार्यों को प्राथमिकता दे सकते हैं और अपने कार्यों को कुशलतापूर्वक और प्रभावी ढंग से प्रबंधित कर सकते हैं।

डॉ. भावेश वनपरिया के इस प्रशिक्षण में पूरे विषय को चार कार्यों में कई उदाहरणों के साथ विस्तार से शामिल किया गया। पहले कार्य में काम और आलस्य तथा दूसरों की अपेक्षाओं को समझें और उसके अनुसार कार्य करें ताकि कार्य की पारदर्शिता बनी रहे।

दूसरे कार्य में हर कार्य में और हर जगह कौशल ही सब कुछ है और किसी भी कार्य को लगातार करने से कौशल का विकास होता है।  तीसरे कार्य में प्रतिस्पर्धा सदैव मानव जीवन का सुधार है। प्रतिस्पर्धा में कैसे टिके रहें और बेहतर प्रदर्शन करें, यह दिन-ब-दिन विकसित हो रही प्रौद्योगिकी और एआई के कई उदाहरणों से स्पष्ट होता है।

चौथे कार्य में, भविष्य काफी अनिश्चित और अत्यधिक गतिशील है। कोई स्थिति कब उत्पन्न होती है और उससे कैसे निपटना है, इसके बारे में गहराई से समझाया गया। प्रशिक्षण के दौरान लगभग 100 प्रशासनिक कर्मचारियों ने भाग लिया।

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